UGC NET Exam

क्या है UGC NET Exam? सिलेबस, एलिजिबिलिटी, उम्र सीमा, फीस के बारे में जानें…

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UGC NET परीक्षा क्या होती है?

UGC यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाने के इच्छुक अभ्यर्थियों के लिए एक पात्रता परीक्षा का आयोजन करता है, जिसका नाम है- NET (National Eligibility Test) यानी राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा। UGC Net Exam को पास करने वाले अभ्यर्थी यूनिवर्सिटीज़ में पढ़ाने के लिए योग्य हो जाते हैं या आसान शब्दों में कहें तो असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए योग्य हो जाते हैं। यह परीक्षा शिक्षण अभिक्षमता और एक विषय में विशेषज्ञता जांचने के लिए ली जाती है। UGC एक साल में दो बार इस परीक्षा को आयोजित करता है। UGC यानी University Grant Commission विश्वविद्यालयों को मान्यता देने वाले केंद्रीय सरकार का एक आयोग है। यह केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालयों और महाविद्यालयों को अनुदान भी देता है।

JRF परीक्षा क्या है? इसके क्या फायदे हैं?

JRF का फुलफॉर्म है- Junior Research Fellowship (जूनियर रिसर्च फेलोशिप)। यह फेलोशिप UGC की ओर से शोधकर्ताओं की आर्थिक सहायता के लिए दी जाती है। UGC NET और JRF दोनों के लिए एक ही परीक्षा होती है। इन दोनों में मूल अंतर पास करने के लिए पाए गए नंबरों के प्रतिशत का होता है। UGC NET Exam पास करने वाले टॉप 10 प्रतिशत छात्रों को जेआरएफ के लिए चुना जाता है। हालांकि हर बार चुने जाने का प्रतिशत कम या ज्यादा भी हो सकता है।

CSIR NET पास करने वाले JRF उम्मीदवारों को पहले दो सालों में 37,000 रुपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। दो साल बाद सीनियर रिसर्च फेलोशिप के रूप में यह राशि बढ़ाकर 42,000 रुपये प्रतिमाह उम्मीदवार को दी जाएगी। वहीं, CSIR पोस्ट डॉक्टरल रिसर्च फेलोशिप राशि उम्मीदवार को 80,000 रुपये प्रतिमाह दी जाती है।

UGC NET Exam के लिए शैक्षणिक योग्यता (UGC NET Eligibility Criteria)

UGC NET परीक्षा देने के लिए अनारक्षित या जनरल कैटेगरी के छात्रों का किसी विषय में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ परास्नातक (Post Graduate) होना आवश्यक है। इसके अलावा OBC/SC/ST/दिव्यांगजन/ट्रांसजेंडर अभ्यर्थियों को पोस्ट ग्रेज्युएशन में न्यूनतम 50 प्रतिशत अंकों के साथ पास होना आवश्यक है।

इसके अलावा पोस्ट ग्रेज्युएशन कोर्स के फाइनल ईयर में अध्ययनरत स्टूडेंट भी इस परीक्षा के लिए एलिजिबल हैं, लेकिन ऐसे विद्यार्थियों को UGC NET परीक्षा पास करने के 2 साल के भीतर अपना पोस्ट ग्रेज्युएशन कोर्स पूरा कर लेना आवश्यक है। साथ ही उन पीएचडी धारक, जिन्होंने साल 1991 से पहले पोस्ट ग्रेज्युएशन किया है, उन्हें 5 प्रतिशत अंकों की छूट दी जाएगी।

UGC NET परीक्षा के लिए उम्र सीमा

UGC NET क्वालिफाइ करके असिस्टेंट प्रोफेसर बनने वाले उम्मीदवारों के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है। साथ ही कितनी बार नेट एग्जाम दे सकते हैं, इसकी भी कोई सीमा नहीं है। उम्र के किसी भी पड़ाव में इस परीक्षा में भाग ले सकते हैं। किंतु, यूजीसी नेट परीक्षा में शामिल होने का उद्देश्य जूनियर रिसर्च फेलोशिप प्राप्त करना है; तो इसके लिए उम्र सीमा निर्धारित की गई है, जो निम्नलिखित है-

सामान्य वर्ग के लिए यह अधिकतम उम्र सीमा 31 साल है।

एससी/एसटी/ओबीसी (नॉन क्रीमीलेयर) /महिलाओं/ट्रांसजेंडर के लिए अधिकतम उम्र सीमा 35 साल है।

LLM कर रहे छात्रों को उम्र सीमा में 3 साल की छूट मिलती है।

भूतपूर्व सैनिकों और रिसर्च उम्मीदवारों को इस उम्र सीमा में 5 साल की छूट मिलती है।

UGC NET की फीस कितनी है?

यूजीसी नेट का फॉर्म भरने के लिए अलग-अलग कैटेगरी के लिए अलग-अलग फीस है। अनारक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को UGC NET परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए 1,150 रुपये शुल्क जमा करना होगा। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग व अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 600 रुपये आवेदन शुल्क जमा करना होगा। एससी/एसटी/पीएच वर्ग के अभ्यर्थियों को महज़ 325 रुपये शुल्क आवेदन करने के दौरान जमा करना होगा।

कब होती है UGC NET परीक्षा?

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) नेट परीक्षा को एक साल में दो बार आयोजित करता है। पहली बार यह परीक्षा जून के महीने में आयोजित होती है तथा दूसरी बार यह परीक्षा दिसंबर माह में आयोजित की जाती है। जून में आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए मार्च या अप्रैल में आवेदन मांगे जाते हैं, तो वहीं दिसंबर में होने वाली परीक्षा के लिए सिंतबर या अक्टूबर में फॉर्म भरे जाते हैं। हालांकि, यूजीसी किन्हीं कारणों के चलते फॉर्म भरने के समय में बदलाव कर सकता है।

कहां करेंगे UGC NET के लिए रजिस्ट्रेशन?

UGC NET परीक्षा के लिए आवेदन करने के लिए ugcnet.nta.nic.in पर रजिस्ट्रेशन अगले चक्र में शुरू होंगे। यूजीसी नेट परीक्षा 2024 जून सत्र के लिए यूजीसी नोटिफिकेशन जारी करेगा, उसके लिंक एक्टिव हो जाएगा। उसके बाद उम्मीदवार अप्लाई कर सकेंगे।

कैसे होती है यूजीसी नेट परीक्षा?

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग UGC NET Exam करवाने की जिम्मेदारी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) नामक एजेंसी को सौंपी है। यह एजेंसी इस परीक्षा को साल में दो बार आयोजित करवाती है। यह परीक्षा सीबीटी पैटर्न (कम्प्यूटर बेस्ड टेस्ट) में होती है। साल 2018 से इसी पैटर्न में ही परीक्षा होती आ रही है।

इस परीक्षा के लिए 3 घंटे (180) मिनट का समय मिलता है, जिसमें कुल 150 बहुविकल्पीय प्रश्न हल करने होते हैं। इन प्रश्नों के लिए कोई निगेटिव मार्किंग नहीं होती। 150 प्रश्नों का पेपर दो खंडों में बंटा होता है- पेपर 1 और पेपर 2। पेपर 1 में 50 प्रश्न होते हैं और पेपर 2 में 100 प्रश्न होते हैं।

UGC NET परीक्षा का सिलेबस (Syllabus of UGC NET Exam)

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी नेट परीक्षा 83 विषयों के लिए आयोजित करता है। हर विषय के लिए UGC सिलेबस निर्धारित करता है। UGC NET परीक्षा का पेपर दो खंडों में बंटा होता है- पेपर 1 व पेपर 2। पेपर 1 में शिक्षण तथा शोध      अभिक्षमता से संबंधित प्रश्न होते हैं। वहीं, पेपर 2 में विशिष्ट विषय से संबंधित प्रश्न सम्मिलित होते हैं। नवीनतम पाठ्यक्रम पीडीएफ फाइल में डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें

UGC NET पेपर 1 में क्या होता है?

UGC NET परीक्षा में शिक्षण एवं शोध अभिक्षमता, गणितीय एवं तार्किक अभिक्षमता संबंधी कौशल को जांचने के लिए यूजीसी नेट फर्स्ट पेपर से प्रश्न पूछे जाते हैं। इस पेपर में 10 टॉपिक हैं- शिक्षण अभिक्षमता, शोध अभिक्षमता, संचार एवं संप्रेषण, बोध, गणितीय तर्क एवं अभिवृत्ति, युक्तियुक्त तर्क, आंकड़ों की व्याख्या, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, लोग विकास और पर्यावरण तथा उच्च शिक्षा प्रणाली व प्रशासन, राजनीति और शासन प्रबंध।

UGC NET परीक्षा में कितने विद्यार्थी भाग लेते हैं?

UGC NET परीक्षा में साल 2023 के जून चक्र में सभी 83 विषयों में कुल 2,74,027 उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिसमें से परीक्षा में केवल 1,99,890 उम्मीदवार ही शामिल हुए। परीक्षा के उपरांत सभी विषयों में कुल 42,179 उम्मीदवार सफल हुए थे। जिसमें 37,242 उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए और 4,937 उम्मीदवार जेआरएफ के लिए क्वालिफाई हुए थे।

UGC NET की तैयारी कैसे करें?

कुछ विद्यार्थी UGC NET परीक्षा की तैयारी के दौरान ऑफलाइन या ऑनलाइन कोचिंग्स का सहारा लेते हैं, तो कई विद्यार्थी बिना किसी कोचिंग के इस एग्जाम को पास करते हैं। आप UGC NET की तैयारी बिना कोचिंग घर पर भी कर सकते हैं। कोचिंग करना या न करना मायने नहीं रखता, बशर्ते आपके पास एक इस एग्जाम के लिए ठोस रणनीति हो। कारगर रणनीति बनाने के लिए एग्जाम के सिलेबस को ठीक से समझना है। हम कुछ बिंदु नीचे दे रहे हैं, जिनसे आपको तैयारी में मदद मिलेगी।

  • पेपर 1 और पेपर 2 के लिए अच्छी बुक्स खरीदें। इसके लिए आप पिछले सालों के टॉपर्स की सुझाई किताबें खरीद सकते हैं।
  • उन किताबों को एक-एक करके पढ़ना है। उसके लिए हम एक तरीका बताते हैं।
  • एक पुस्तक को 6-7 दिन तक पढ़िए, फिर उसे 2 दिन में रिवाइज कीजिए। फिर 15 दिन बाद उस पूरे पढ़े हुए को 3 दिन में दोबारा रिवाइज कीजिए। फिर महीने भर बाद पढ़े हुए पूरे को 5 दिन में रिवाइज कीजिए।
  • इसी तरह एक किताब की फर्स्ट रीडिंग कीजिए, फिर सेकेंड रीडिंग, फिर थर्ड रीडिंग। कुल मिलाकर 5-6 रीडिंग कर लेनी हैं।
  • फिर पिछले सालों के पेपर हल करके अपनी तैयारी की स्थिति को पहचानें और पिछले साल के कटऑफ से तुलना करें।
  • जानें कि आप पेपर 1 में कमजोर हैं या पेपर 2 में, इसके बाद आप अपने कमज़ोर पेपर पर मेहनत करके उसे सुधारें।
  • जानें कि कौन से पेपर के किन खास सेग्मेंट्स में आप कमज़ोर हैं और उन्हें इम्प्रूव करें।
  • लगातार थोड़ी-थोड़ी मेहनत करते-करते आपका स्तर धीरे-धीरे सुधरने लगेगा और आप जेआरएफ क्वालिफाई करने लायक स्थिति में आ जाएंगे।

यह बात आपको याद रखनी होगी कि सफलता के लिए कोई शॉर्टकट हो सकता है, लेकिन मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। अगर आप धैर्य के साथ मेहनत करते हैं, तो निश्चित ही सफलता मिलेगी। तुरंत सफलता नहीं मिलती, इसमें मेहनत के साथ वक्त भी लगता है। मध्यकाल के महान संत कवि कबीरदास ने कहा है-

धीरे-धीरे रे मना, धीरे से सब होय।

माली सींचे सौ घड़ा, ऋतु आए फल होय।।

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