पत्रकारिता में करियर कैसे बनाएं?
पत्रकारिता क्षेत्र में करियर बनाने की चाह रखने वाले लोगों के मन में सामान्यतयः जो सवाल आते हैं, इस लेख में हम उनके जवाब देने की कोशिश करेंगे।
जैसे कि पत्रकारिता में करियर कैसे बनाएं? क्या पत्रकारिता में शानदार करियर कैसे बनाया जा सकता है? पत्रकार बनने के लिए कौन सी स्किल की आवश्यकता होती है? पत्रकार बनने के लिए क्या करना पड़ता है? पत्रकारिता के लिए क्या पढ़ना पड़ता है? पत्रकारिता के कोर्स कौन कौन से हैं? पत्रकारिता का कोर्स कितने साल का होता है? पत्रकार बनने के क्या फायदे हैं? अच्छा पत्रकार कैसे बन सकते हैं? पत्रकारिता में नौकरी कैसे मिलती है? न्यूज एंकर बनने के लिए क्या करना पड़ता है? रिपोर्टर कैसे बनते हैं? पत्रकारिता में कौन कौन सी पोस्ट होती हैं? आदि सवालों के जवाब इस लेख में आपको मिलेंगे।
Table of contents
क्या पत्रकारिता में शानदार करियर बनाया जा सकता है?
इस सवाल का जवाब है- जी हां, पत्रकारिता में शानदार करियर बनाया जा सकता है। उदाहरण के रूप में आपको बहुत सारे पत्रकार मिल जाएंगे, जिन्होंने शानदार करियर बनाया। न्यूज चैनल्स में काम करने वाले एंकर-रिपोर्टर किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं होते। हालांकि, न्यूज एंकर-रिपोर्टर ही मात्र पत्रकार नहीं होते। अखबारों, पत्रकाओं व न्यूज पोर्टल में काम करने वाले बड़े पत्रकार भी होते हैं, जिनके लेखों से सरकार व समाज में हलचल मच जाती है। असल मायनों में वे ही पत्रकार होते हैं।
किसी अच्छे कॉलेज से पत्रकारिता की पढ़ाई करने के बाद आसानी से मीडिया संस्थानों में नौकरी मिल जाती है। उसके बाद अपने लेखन कौशल, भाषायी दक्षता, बहुमुखी ज्ञान के दम पर अपनी पहचान स्थापित करके अच्छा करियर बना सकते हैं।
पत्रकार बनने के लिए क्या चाहिए?
पत्रकारिता में करियर बनाने के लिए सबसे पहले आपको उस भाषा का अच्छा ज्ञान होना आवश्यक है, जिस भाषा के आप पत्रकार बनना चाहते हैं। आपके पास जितने अच्छे शब्दों का खजाना होगा, आप उतनी ही अच्छी तरह अपने विचार व्यक्त कर पाएंगे।
वैसे तो जानकारी के मामले में पत्रकार बनने के लिए हर क्षेत्र की सामान्य जानकारी होनी चाहिए। इतिहास, भूगोल, अर्थ शास्त्र, समाज, राजनीति, धर्म, विज्ञान, तकनीक आदि विषयों के बारे में बेसिक जानकारी होनी चाहिए। क्योंकि भाषा केवल अभिव्यक्ति का माध्यम है, अभिव्यक्ति के लिए सामग्री तो चाहिए, जो इन विषयों के सामान्य ज्ञान से आएगी।
अपने आसपास होने वाली घटनाओं पर नजर रहनी चाहिए। उन घटनाओं, समस्याओं को ऊपर दिए गए विषयों से जोड़कर समझने और लिखने के कौशल की आवश्यकता होती है। किसी घटना या समस्या के आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक व तकनीकी पहलुओं को देखने की समझ होनी चाहिए।
पत्रकार बनने के लिए इतने अधिक कौशल की आवश्यकता होती है, यह सोचकर घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये स्किल्स धीरे-धीरे विकसित होती हैं। आप भी इन कौशलों को सीख सकते हैं।
पत्रकारिता के लिए कोर्स
पत्रकारिता के लिए अंडर ग्रेजुएट डिग्री से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री व डिप्लोमा सहित ढेरों कोर्स हैं। पत्रकारिता कोर्सेस के लिए कुछ स्पेशल यूनिवर्सिटी भी हैं। हालांकि, सामान्य विश्वविद्यालय भी पत्रकारिता से संबंधित कोर्स करवाते हैं।
अंडर ग्रेजुएट कोर्सेस में बीए इन मास कम्युनिकेशन, बीए इन जर्लनिज्म, बीएससी इन न्यू मीडिया, बीए इन एडवर्टाइजिंग, बीबीए इन मीडिया मैनेजमेंट आदि बहुत सारे कोर्स उपलब्ध हैं। पत्रकारिता के अंडर ग्रेजुएट कोर्स 3 साल के होते हैं। इन कोर्सेस में एडमिशन पाने के लिए कम से कम 12वीं पास होना आवश्यक है।
पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेस में एमए इन मास कम्युनिकेशन, एमजे, एमएससी इन न्यूज मीडिया, एमए इन एडवर्टाइजिंग, एमए इन फिल्म प्रोडक्शन, एमबीए इन मीडिया मैनेजमेंट आदि तमाम कोर्स पत्रकारिता विश्वविद्यालयों में उपलब्ध हैं। ये कोर्स 2 साल के होते हैं। इन्हें करने के लिए किसी भी विषय में ग्रेजुएट होना आवश्यक है।
डिप्लोमा इन हिंदी जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन इंग्लिश जर्नलिज्म, डिप्लोमा इन मीडिया मैनेजमेंट, डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग जैसे तमाम डिप्लोमा कोर्सेस करके पत्रकारिता में करियर की शुरुआत की जा सकती है। किसी भी कोर्स में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता में डिप्लोमा हासिल किया जा सकता है। सामान्यतः पत्रकारिता डिप्लोमा 1 साल की अवधि के होते हैं।
पत्रकारिता की पढ़ाई करने के लिए कॉलेज
भारत सहित विश्व भर में पत्रकारिता से संबंधित कोर्सेस के लिए कई विश्वविद्यालय हैं। भारत में आईआईएमसी, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल, कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय रायपुर, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हिमाचल प्रदेश, जामिया मिलिया इस्लामिया, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, इलाहाबाद विश्वविद्यालय आदि बहुत सारे विश्वविद्यालय पत्रकारिता के कोर्स संचालित करते हैं।
पत्रकारिता में कौन कौन सी पोस्ट होती हैं?
हर क्षेत्र की तरह पत्रकारिता में भी बहुत सारी पोस्ट होती हैं। अखबारों में सामान्यतः एडिटर, सब एडिटर, न्यूज एडिटर, डिप्टी न्यूज एडिटर, प्रूफरीडर, रिपोर्टर, स्ट्रिंगर आदि पद होते हैं।
वहीं, न्यूज चैनल्स में न्यूज एंकर, बुलेटिन प्रोड्यूसर, पैनल प्रोड्यूसर, इनपुट इन्चार्ज, ब्यूरो हेड, रिपोर्टर आदि पद होते हैं।
इसके अतिरिक्त न्यूज पोर्टल्स, न्यूज वेबसाइट्स में एडिटर, कंटेंट हेड, सीनियर कंटेंट राइटर, कंटेंट राइटर, कंटेंट स्पेशलिस्ट आदि पद होते हैं।
इन सब के अतिरिक्त अलग-अलग बीट्स के अनुसार पत्रकारों को वर्गीकृत किया जाता है। जैसे क्राइम रिपोर्टर, बिजनेस रिपोर्टर, पॉलिटिकल रिपोर्टर, स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट, फिल्मी पत्रकार आदि।
पत्रकारिता में नौकरी कैसे मिलती है?
पत्रकारिता कोर्स करने के बाद कुछ विश्वविद्यालयों या कॉलेजों में प्रसिद्ध मीडिया संस्थान प्लेसमेंट के लिए आते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स को कॉलेज से सीधे नौकरी मिल जाती है। इसके अलावा अंतिम सेमेस्टर में किसी संस्थान में इंटर्नशिप के लिए कहा जाता है। इंटर्नशिप करने के बाद स्टूडेंट मीडिया संस्थानों में नौकरी के लिए अप्लाई करते हैं, जहां से उन्हें नौकरी मिल जाती हैं।
इंटर्नशिप या पहली नौकरी में अपनी रुचि के मुताबिक पदों के लिए काम करने लगते हैं। जैसे किसी को रिपोर्टिंग पसंद है, तो वह रिपोर्टिंग सीखता है। किसी को एंकरिंग पसंद है, तो वह एंकरिंग की प्रैक्टिस करता है। किसी को बुलेटिन बनाना पसंद है, तो वह इंटर्नशिप के दौरान बुलेटिन बनाना सीख लेता है। अपनी रुचि के अनुसार व्यक्तित्व का विकास करते हैं।