एक दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए?
ek din me kitne ghante padhna chahiye: जीवन में पढ़ाई कितना आवश्यक है, यह किसी से छुपा हुआ नहीं है। अगर आप स्टूडेंट्स हो तो माता-पिता, गुरुजन व अन्य रिश्तेदार या कोई अपरिचित व्यक्ति सभी पढ़ाई के बारे में जरूर पूछते हैं। सचमुच पढ़ाई का हमारे जीवन में बहुत योगदान होता है। हम सब पैदा एक जैसे होते हैं, लेकिन शिक्षा हमारे व्यक्तित्व का निर्माण करती है। एक गीत है-
‘दो फूल साथ फूले किस्मत ज़ुदा-ज़ुदा है‘
दरअसल, किस्मत ज़ुदा-ज़ुदा नहीं है; बल्कि दोनों की पढ़ाई में अंतर है। जिसने अच्छी तरह पढ़ाई की। अच्छे गुणों की शिक्षा ग्रहण की, वह उच्च स्थिति पर होगा। बेहतर इंसान होगा। वहीं, जिसको अच्छी शिक्षा नहीं मिल पाई। वह बेहतर इंसान नहीं बन पाएगा। किस्मत अलग-अलग नहीं, बल्कि पढ़ाई अलग-अलग होती है। कम से कम स्टूडेंट्स लाइफ में तो किस्मत को नहीं मानना चाहिए। पढ़ाई और मेहनत पर ध्यान देना चाहिए।
हमारे जीवन में पढ़ाई का इतना अधिक महत्व है, तो क्यों नहीं हमें पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना चाहिए। हमें रोजाना की दिनचर्या में पढ़ाई को सर्वाधिक महत्व देना होगा। ऐसे में मन में कुछ सवाल उठते हैं कि विद्यार्थी को एक दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए? (ek din me kitne ghante padhna chahiye), सफल छात्र कितने घंटे पढ़ते हैं? 24 घंटे में कितना पढ़ना चाहिए? रोज कितने बजे पढ़ाई करनी चाहिए? पढ़ाई का सबसे अच्छा टाइम कौन सा है?
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आइए नीचे हम क्रमशः इन सभी प्रश्नों के जवाब जानने की कोशिश करते हैं।
Table of contents
एक दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए? (ek din me kitne ghante padhna chahiye)
एक दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए इस प्रश्न का कोई एक उत्तर नहीं है। पढ़ने के लिए घंटे सबके लिए अलग-अलग हो सकते हैं। एकाग्रचित्त वाले लोगों के लिए तीन घंटे ही पर्याप्त हैं, लेकिन कुछ को 5 घंटे पढ़ने के बाद कुछ पल्ले नहीं पड़ता। हालांकि, सामान्यतः स्टूडेंट्स को एक दिन में 4 से 5 घंटे तक पढ़ना चाहिए।
विद्यार्थियों को रोजाना 5 घंटे की पढ़ाई में सभी विषयों के लिए समय निर्धारित करना चाहिए। यह समय रोजाना के घंटों में हो या साप्ताहिक घंटों में हो, पर किसी विषय की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। कुछ स्टूडेंट्स उन विषयों को इग्नोर कर देते हैं, जिनमें उनकी रुचि नहीं होती। यह पढ़ने का सबसे खराब तरीका होता है। किसी विषय को बार बार पढ़ने से संभावना होती है कि उस विषय में आपकी रुचि जाग जाए।
सफल छात्र कितने घंटे पढ़ाई करते हैं?
सफल छात्रों की पढ़ाई के बारे में जानने के लिए कई सर्वे हुए हैं। पर सफल छात्र कितने घंटे पढ़ाई करते हैं इस सवाल का एक जैसा जवाब नहीं मिला। कुछ छात्र कम घंटे पढ़कर भी अच्छे परिणाम प्राप्त कर लेते हैं, तो कुछ छात्रों को 5 घंटे से अधिक पढ़ाई करनी पड़ी। यहां भी वही बात लागू होती है कि एकाग्र मन से की गई कम घंटे की पढ़ाई भी अधिक घंटों की सामान्य पढ़ाई से बेहतर है। वैसे तो सामान्यतः सफल छात्र 4 से 5 घंटे पढ़ते हैं।
रोज कितने बजे पढ़ाई करनी चाहिए?
वैसे तो हर स्टूडेंट अपनी प्रकृति के हिसाब से अपने अनुकूल समय में पढ़ाई करता है। कुछ लोगों को रात के समय पढ़ना अच्छा लगता है, तो कुछ लोग दिन में पढ़ाई करते हैं। वैसे सामान्यतः माना जाता है कि सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करना बेहतर होता है। इस समय पढ़ा गया पाठ अधिक समय तक याद रहता है। हम यहां रोज सुबह 4 बजे उठकर पढ़ने की सलाह देते हैं, लेकिन स्टूडेंट्स अपनी सुविधानुसार उठकर पढ़ सकते हैं। अगर आपको रात में पढ़ना बेहतर लगता है तो यह कोई बाध्यता नहीं है कि आप सुबह ही उठकर पढ़ें। आप अपनी सुविधानुसार पढ़ने का समय तय कर सकते हैं।
पढ़ाई का सबसे अच्छा टाइम कौन सा है?
पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा समय सुबह उठने के बाद का माना जाता है। क्योंकि सुबह का पढ़ा हुआ लंबे समय तक याद रहता है। रात भर सोने के बाद मस्तिष्क को पर्याप्त आराम मिल चुका होता है। सुबह दिमाग बिना किसी तनाव के तरोताजा होता है। ऐसे में पढ़ाई का सबसे अच्छा टाइम सुबह का टाइम होता है।
अगर आप सुबह जल्दी उठते हैं, तो पढ़ाई के अलावा आपको बहुत सारे फायदे मिलते हैं। अगर आप सुबह देर से उठते हैं, तो अपनी दिनचर्या में परिवर्तन करके सुबह जल्दी उठने की आदत डालनी होगी। कुलमिलाकर सूर्योदय से पहले उठकर अगर आप पढ़ाई करते हैं, तो आप पढ़ने के लिए सबसे उपयुक्त समय का उपयोग करते हैं।
इंसान का दिमाग कितने घंटे पढ़ाई कर सकता है?
जीवन में पढ़ाई बहुत आवश्यक है, लेकिन और भी बहुत सारी चीजें भी जरूरी हैं। इसलिए ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि पढ़ाई के लिए बाकी सारी चीजों का त्याग कर देना चाहिए। शारीरिक व्यायाम, खेल, मनोरंजन, लोगों से बातचीत, हंसी मजाक आदि भी जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। इसके अतिरिक्त हम मनुष्य हैं, कोई मशीन नहीं हैं कि एक ही काम में लगे रहें। वैसे भी इंसान का दिमाग 55 मिनट से लेकर एक घंटे तक ही एकाग्र होकर पढ़ाई कर सकता है। इसलिए अपनी पढ़ाई के वक्त कोशिश करें कि एक घंटे में आप पांच मिनट का ब्रेक जरूर लें। उन पांच मिनटों में थोड़ा टहल लें या पानी पी लें। किसी से हंसी मजाक कर लें। पांच मिनट के ब्रेक के बाद फिर से पढ़ाई शुरू करें। 45 मिनट से एक घंटे के बीच में इंसान का दिमाग थक जाता है, इसलिए अन्य गतिविधियों के जरिए अपने दिमाग को आराम दें।
एक विद्यार्थी को कितने घंटे सोना चाहिए?
अगर आप चाहते हैं कि आप एकाग्र होकर पढ़ाई करें, आपका पढ़ा हुआ लंबे समय तक स्मृति में रहे, आपकी याद्दाश्त मजबूत हो, तब आपको अपने दिमाग को भरपूर आराम देने की आवश्यकता होगी। ऐसे में सामान्यतः विद्यार्थियों को 8 घंटे की नींद पूरी करने की सलाह दी जाती है।
समाज में बहुत सारी अफवाहें हैं कि 3 घंटे सोकर भी आदमी अपनी नींद पूरी कर सकता है। लेकिन यह पूरी तरह सही नहीं है। फिर सवाल उठता है कि विद्यार्थी को कितने घंटे सोना चाहिए, तो यहां हमारी सलाह है कि 6 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए। जब मस्तिष्क पूरी तरह आराम कर लेगा, तभी वह अच्छी तरह कार्य कर पाएगा।
निष्कर्ष
हम भविष्य में क्या बनते हैं, यह बहुत हद तक हमारी पढ़ाई से निर्धारित होता है। हमने कौन से विषय पढ़े हैं, किस स्तर की शिक्षा ग्रहण की है, विषय को कितनी गहराई से समझते हैं आदि से हमारे व्यवसाय व समाज में हमारी प्रतिष्ठा आदि निर्धारित होती है। इस लेख के माध्यम से हमने पढ़ाई के बारे में महत्वपूर्ण प्रश्नों जैसे- एक दिन में कितने घंटे पढ़ना चाहिए (ek din me kitne ghante padhna chahiye), सफल छात्र कितने घंटे पढ़ाई करते हैं, रोज कितने बजे पढ़ाई करनी चाहिए, पढ़ाई का सबसे अच्छा टाइम कौन सा है, इंसान का दिमाग कितने घंटे पढ़ाई कर सकता है और एक विद्यार्थी को कितने घंटे सोना चाहिए आदि के जवाब देने की कोशिश की है। हम उम्मीद करते हैं कि अब आपको बहुत सारे सवालों के संतोषजनक जवाब मिल चुके होंगे। ज्ञान संगम पर ऐसे ही ढेरों स्टूडेंट्स के काम के उपयोगी लेख पढ़ सकते हैं।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर
24 घंटे में अपनी आवश्यकता के अनुसार पढ़ना चाहिए। अगर परीक्षा नजदीक है और आपकी तैयारी कमजोर है, तो आपको बहुत अधिक पढ़ाई करनी चाहिए। वरना सामान्यतः 24 घंटे में 4 से 5 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए।
12 वीं कक्षा में कितना पढ़ना चाहिए इसके लिए कोई निर्विवादित नियम नहीं है। स्कूल टाइम के अतिरिक्त अगर आप 3 से 4 घंटे पढ़ पा रहे हैं, तो यह काफी है। बाकी आपकी क्षमता पर भी निर्भर करता है। अगर आपको चीजें आसानी से समझ आ जाती हैं, तो कम समय पढ़कर भी आप 12वीं कक्षा में अच्छे अंक ला सकते हैं।
वैसे तो आम तौर पर सलाह दी जाती है कि रात को देर तक न पढ़ के सुबह जल्दी उठकर पढ़ने से अधिक फायदा होता है। क्योंकि सुबह सुबह दिमाग रात भर आराम करने के बाद तरोताजा होता है। इसलिए सुबह पढ़ी हुई चीजें लंबे समय तक याद रहती हैं। ऐसे में रात को 9 बजे तक पढ़ाई करनी चाहिए और फिर सो जाना चाहिए। बेहतर होगा कि सुबह पढ़ाई की जाए।
जी, आमतौर पर अधिकांश शिक्षक सुबह 4 बजे उठकर पढ़ने की सलाह देते हैं। यह सही भी है कि रात भर आराम करने के बाद सुबह दिमाग तरोताजा होता है। ऐसे में सुबह जल्दी उठकर पढ़ने से हमें वह पाठ लंबे समय तक याद रहता है।
अपनी आवश्यकता के अनुसार पढ़ाई करनी चाहिए। जब एग्जाम सर पर हों, तो 7 से 8 घंटे पढ़ाई करना भी पर्याप्त नहीं होता। हालांकि 4 से 5 घंटे रोजाना पढ़ने से किसी भी परीक्षा की अच्छी तैयारी हो जाती है।